Saturday, February 22, 2025

लस्टस मानसिक विकृतियों की दास्ताँ



लस्टस 

 मानसिक विकृतियों की दास्ताँ 


मानसिक विद्रूपता का भयानक आईना दिखाता नाटकीय एकालाप ' लस्टस '

 ' लस्टस '


लस्टस से उद्धृत कुछ पंक्तियाँ 

आग तो एक छोटी चिंगारी सरीखी होती है 
जोकि मौन वनों के हृदय में निवास करती है/
दैवीय वृति भी एक अलौकिक चिंगारी सम होती है
जोकि हर प्राणी के केंद्र में निहित है/

No comments:

Post a Comment