लस्टस
मानसिक विकृतियों की दास्ताँ
मानसिक विद्रूपता का भयानक आईना दिखाता नाटकीय एकालाप ' लस्टस '
' लस्टस 'लस्टस से उद्धृत कुछ पंक्तियाँ
आग तो एक छोटी चिंगारी सरीखी होती है
जोकि मौन वनों के हृदय में निवास करती है/
दैवीय वृति भी एक अलौकिक चिंगारी सम होती है
जोकि हर प्राणी के केंद्र में निहित है/
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