Saturday, April 23, 2022

सपनों का घर

 

सपनों का घर 


आसान नहीं 

सपनों का घर बनाना 

तिनका तिनका जोड़ कर 

बनता है आशियाना 


वक़्त की आँधियों से 

बचाए रखना इसे 

मुमकिन तभी है 

जब दुआ शामिल हो 

अपनों की 

और रज़ा हो 

दुनिया  के

पालनहार की /


रजनी छाबड़ा 

कवयित्री व् अनुवादिका 

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