सपनों का घर
आसान नहीं
सपनों का घर बनाना
तिनका तिनका जोड़ कर
बनता है आशियाना
वक़्त की आँधियों से
बचाए रखना इसे
मुमकिन तभी है
जब दुआ शामिल हो
अपनों की
और रज़ा हो
दुनिया के
पालनहार की /
रजनी छाबड़ा
कवयित्री व् अनुवादिका
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