Expression
Saturday, March 25, 2017
याद करते हैं
अब भी याद करते हैं
मुझे मेरे शहर के लोग
ठीक वैसे ही जैसे
मेरी यादों में बसे हैँ
नज़र से ओझल होने से
कोई दिल से दूर नहीं होता
Friday, March 24, 2017
रिश्तों की उम्र
रिश्तों की उम्र
मतलब के रिश्तों की उम्र
अक्सर छोटी होती है
उन्हें परखने के लिए
स्वार्थ की कसौटी होती है
निस्वार्थ रिश्ते स्वतः
निभ जाते है आजीवन
इन रिश्तों की साँसे
हमारी साँसों में बसी होती हैं
रजनी छाबड़ा
Thursday, March 2, 2017
MY POETRY RECITATION IN CHENNAI
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