Expression
Thursday, June 29, 2017
अभी जीने दो
अभी जीने दो
अभी जीना है मुझे
सुलझाने हैं
ज़िन्दगी के कुछ
पेचीदा ख़म
तुम गर
आ भी जाओ
ओ यम !
कुछ देर के लिए
जाना थम
रजनी छाबड़ा
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