Wednesday, July 29, 2015

यह चाहत =======

यह चाहत

यह चाहत मेरी तुम्हारी
ग़र यह हसीन सपना है
नींद खुले न कभी मेरी
गर यह हकीकत है
नींद कभी न आये मुझे


रजनी छाबड़ा 







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