Monday, January 27, 2025

भटके मुसाफ़िर

 भटके मुसाफ़िर 

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हेक वक़्त 

एसा वी हाई 

भटके मुसाफ़िर 

रस्ता पुछ घिन्दे 

रस्ता चलदे 

अनजान लोगोँ तुं 

ते ओ वी ख़ुशी-ख़ुशी 

आपणा वक़्त देंदे 

रस्ता सुझावण वास्ते 


अज कल कोई किसे दा 

रहनुमां नयि बणदा 

न ही कोई पुछदा 

न ही कोई दसदा 

सब दा  होण 

अपणे आप नाल ही रिश्ता 


किसे  वी अनजान रस्ते ते 

अनजान शहर वेच भटक जावे कोई 

ग़ुम थीवण दा  कोई डर नयि 

'गूगल मैप'  सब दा  रखवाला 

भटकिया कुं रस्ता सुझावण वाला/



रजनी छाबड़ा 


 


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