तुम्हारे नयन
तुम्हारे नयन
जानते हैं
मुस्कान की भाषा
चेहरे से
दिल का हाल
पढ़ने का हुनर
कुछ तो जादुई है
तुम्हारी चम्पई सूरत
और मूमल सरीखी सीरत में
ओ! मेरी प्रियतमा ------
तुम जानती हो सब
परायों को अपना बनाने
का सम्मोहन मंत्र
कितना ही चाहूँ मैं
होश में रहना
पर तुम जानती हो
पल छिन में
खुद में समेट लेने
का करतब
तुम
केवल तुम नहीं हो
तुम से ही
मेरी पहचान
और मेरी दुनिया की शान
ओ! मेरी प्रियतमा ------
तुम्हारे नयन
जानते हैं
मुस्कान की भाषा
चेहरे से
दिल का हाल
पढ़ने का हुनर
कुछ तो जादुई है
तुम्हारी चम्पई सूरत
और मूमल सरीखी सीरत में
ओ! मेरी प्रियतमा ------
तुम जानती हो सब
परायों को अपना बनाने
का सम्मोहन मंत्र
कितना ही चाहूँ मैं
होश में रहना
पर तुम जानती हो
पल छिन में
खुद में समेट लेने
का करतब
तुम
केवल तुम नहीं हो
तुम से ही
मेरी पहचान
और मेरी दुनिया की शान
ओ! मेरी प्रियतमा ------
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