Wednesday, February 20, 2013

खामोश हूँ

 खामोश हूँ 
========

जुबां मैं भी रखती हूँ,
मगर खामोश हूँ 

क्या दूं 
दुनिया के 
सवालों के जवाब 
ज़िन्दगी जब खुद 
एक सवाल 
बन कर रह गयी 


रजनी छाबड़ा 

Saturday, February 2, 2013

मन की तरंगे

मन की तरंगे 
सागर की लहरों सी 
गिनना मुमकिन नहीं