Wednesday, June 21, 2023


इंतज़ार की घड़ियाँ समाप्त हुई/ 

आज दोपहर इंडिया नेटबुक्स, नॉएडा से मेरे चतुर्थ हिंदी काव्य संग्रह 'बात सिर्फ इतनी सी'  की प्रतियाँ प्राप्त हुई / इस उत्कृष्ट प्रकाशन के लिए डॉ. संजीव कुमार बधाई के पात्र हैं/ मनभावन कवर चित्र के लिए रवींद्र कुंवर जी व् आवरण सज्जा के लिए विनय माथुर जी को साधुवाद 
रजनी छाबड़ा