Saturday, January 28, 2023

 पानी में 

नमक सा एहसास

मुझे है भाता 

अदृश्य रह के भी

अपनी उपस्थिति का

आभास कराता/


रजनी छाबडा

डिजिटल साहित्य भी इन दिनों काफ़ी लोकप्रिय हो रहा है/ इस बारे में आपके क्या विचार हैं ?

Friday, January 20, 2023

लोरी---एक राजस्थानी लघुकथा

 लोरी---एक राजस्थानी लघुकथा

फुटपाथ पर जीवन बितानेवाली एक गरीब औरत,भूखे बालक को गोद में लिए बैठी थी.भूखे बालक की हालत बिगड़ती जा रही थी.

थोड़ी दूरी पर,बरसों से जनता को सुंदर,सुंदर,मीठे मीठे सपने दिखने वाले नेताजी भाषण बाँट रहे थे.

भाषण के बीच में बालक रो दिया.माँ ने कह,"चुप,सुन,नेताजी कितनी मीठी लोरी सुना रहें हैं." नेताजी कह रहे थे,"मैं देश से गरीबी-महंगाई मिटा दूंगा.देश फिर से सोने की चिड़िया बन जायेगा,घी दूध की नदियाँ बहेंगी

.कोई भूखा नहीं मरेगा...."

यह सुन कर खुश होती हुई माँ ने सुख समाचार सुनाने के लिए,बालक को झकझोरा.बालक भूख से मर चुका था.

लेखक:श्री लक्ष्मीनारायण रंगा

अनुवाद RAJNI CHHABRA


LULLABY
 A destitute woman, dwelling on foot-path, was sitting, holding the hungry child in her lap. Condition of the child was worsening.

Not far away, a leader, very apt in art of showing public enchanting, sweet dreams, was delivering a speech.

The child started crying during speech of leader. Mother told him, " Be quiet and listen. How sweet is lullaby of our leader! Leader was saying, " I will eradicate poverty and dearness from our country and turn it again into the golden sparrow, Rivers of ghee and milk will flow; nobody will die of starvation...."

Pleased with this speech, mother  shook the child to narrate him this good news. The starving child had already breathed his last.

Sunday, January 15, 2023

दामन गुलाब का


 कुछ लोग 

प्यार जताना ही नहीं

प्यार निभाना भी जानते हैं/


कांटे लाख छलनी कर ले

दामन गुलाब का

गुलाब अनदेखा कर सब

बस मुस्कुराता है

उनके संग/


रजनी छाबड़ा

Tuesday, January 10, 2023

 रजनी छाबड़ा (जुलाई 3, 1955)

राष्ट्रीयता : भारतीय

जन्मस्थान : देहली

सेवानिवृत व्याख्याता (अंग्रेज़ी)बहुभाषीय कवयित्री व् अनुवादिकाब्लॉगर, समीक्षक, Ruminations, Glimpses (U G C  Journals) की सम्पादकीय टीम सदस्य वर्ल्ड यूनियन ऑफ़ पोएट्स  की इंटरनेशनल डायरेक्टर 20ग्लोबल एम्बेसडर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड पीस (I H R A C),  स्टार एम्बेसडर ऑफ़ वर्ल्ड पोइट्री, सी इ. ओ व् सस्थापक www.numeropath.com 

 प्रकाशित पुस्तकें : 

 हिंदी काव्य संग्रह :होने से न होने तक, पिघलते हिमखंड, सतरंगी खुशी, आस की कूंची से

इंग्लिश पोइट्री Mortgaged, Maiden Step 

अंकशास्त्र और नामांक -शास्त्र पर 9  पुस्तकें 

अनुदित पुस्तकें : Aspirations,  Initiation, A Night in Sunlight,  The Sun On Paper, Swayamprabha , Accursed  हिंदी से , Reveries पंजाबी से व् Fathoming Thy Heart, Vent Your Voice, Language Fused in Blood, In the Art Gallery of My Heart, Across the Border, Sky is the Limit राजस्थानी से इंग्लिश लक्ष्य भाषा में अनुदित; मेरे २ हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तकव् 'पिघलते हिमखंडमैथिली और पंजाबी में व् अंग्रेज़ी काव्य संग्रह Mortgaged बांग्ला और राजस्थानी में अनुदित व् चुनिन्दा कविताएँ 9 क्षेत्रीय भाषाओँ में अनुदित 

स्थानीय, राष्ट्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य सम्मेलनों में भागीदारी व् 7  अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित , 1991 से 2010 तक, आकाशवाणी, बीकानेर से निरंतर काव्य पाठ प्रसारण 

डिजिटल साहित्य में निरंतर योगदान , पोयम हन्टर्स डॉट.कॉम पर अनेकानेक कविताओं के वीडियो , किंडल बुक पब्लिशिंग से 39 इ बुक्स प्रकाशित


ब्रह्म-कमल


 

ब्रह्म-कमल 

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खुशियों के फ़ूल 

नित नहीं खिलते 

मेरे मन-आँगन में 


कभी कैक्टस  के फ़ूल 

साथ निभाते हैं मेरा 

 कभी शुभ्र ब्रह्म -कमल की 

यादों के सहारे 

खुशियों सहेजती हूँ/


और आतुर मन से 

प्रतीक्षारत रहती हूँ 

ब्रह्म-कमल के प्रस्फुटन की/


रजनी छाबड़ा 

11 /1 /2023