Sunday, January 22, 2017

बहुत फर्क है

बहुत फर्क है 
साँस लेने में 
और जीने में 

बहुत फर्क है 
अश्कों को रवानी देने 
और अश्क पीने में 


रजनी छाबड़ा 



Saturday, January 21, 2017

राज़ है यह गहरा

सपने किसी से पूछ कर नहीं आते
न ही सपनों पर किसी का पहरा
बिन पंखों के ही
कैसे पहुँचा देते है
सतरंगी दुनिया में
राज़ है यह गहरा


रजनी छाबड़ा