प्यार जताना ही नहीं
प्यार निभाना भी जानते हैं/
कांटे लाख छलनी कर ले
दामन गुलाब का
गुलाब अनदेखा कर सब
बस मुस्कुराता है
उनके संग/
रजनी छाबड़ा