Tuesday, December 10, 2024

 *रजनी छाबड़ा* : सम्पूर्ण परिचय

*व्यक्तिगत जानकारी*

- जन्म तिथि: 3 जुलाई, 1955

- पत्नी: स्व. श्री सुभाष चंद्र छाबड़ा

- राष्ट्रीयता: भारतीय

- जन्मस्थान: देहली


*पेशेवर जानकारी*

- सेवानिवृत व्याख्याता (अंग्रेजी)

- बहुभाषीय कवयित्री और अनुवादिका

- ब्लॉगर, समीक्षक

- Ruminations, Glimpses (यू.जी.सी. जर्नल्स) की संपादकीय टीम सदस्य

- वर्ल्ड यूनियन ऑफ पोएट्स की इंटरनेशनल डायरेक्टर 20

- ग्लोबल एम्बेसडर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड पीस (आई.एच.आर.ए.सी.)

- स्टार एम्बेसडर ऑफ वर्ल्ड पोइट्री

- सी.ई.ओ. और संस्थापक, (www.numeropath.com)


*प्रकाशित पुस्तकें*

- 4 हिंदी काव्य संग्रह: 'होने से न होने तक', 'पिघलते हिमखंड', 'आस की कूंची से', 'बात सिर्फ इतनी सी'

- इंग्लिश पोइट्री: मॉर्टगेज्ड

- अंकशास्त्र और नामांक-शास्त्र पर 13 पुस्तकें

- अनूदित पुस्तकें: Aspirations, Initiation, A Night in Sunlight, Swayamprabha, Accursed, Haven to  Soul, A Handful of Hope. Merging with the Divine,  हिंदी से, Reveries पंजाबी से और Purnmidam, Fathoming Thy Heart, Vent Your Voice, Language Fused in Blood, The Sun on Paper, In the Art Gallery of My Heart, Across the Border, Sky is the Limit,  Let the Birds Chirp राजस्थानी से, Faces without Traces नेपाली से 


*अन्य उपलब्धियाँ*

- राजस्थानी, पंजाबी, मैथिली, बांग्ला, और अंग्रेजी में अनूदित काव्य संग्रह

- 11 क्षेत्रीय भाषाओं में अनूदित चुनिंदा कविताएँ

- स्थानीय, राष्ट्रीय, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य सम्मेलनों में भागीदारी

- 8 अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित

- आकाशवाणी, बीकानेर से निरंतर काव्य पाठ प्रसारण

- डिजिटल साहित्य में निरंतर योगदान

- पोयम हन्टर्स डॉट कॉम पर अनेकानेक कविताओं के वीडियो

- किंडल बुक पब्लिशिंग से 45 ई-बुक्स प्रकाशित


*सम्मान*

- श्रीनाथद्वारा साहित्य मंडल, राष्ट्रीय स्तर सम्मान, 2001

- साहित्य सृजन अवार्ड, 2016

- एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई, सत्यशील ज्ञानोदय द्वारा गंगा कावेरी काव्य समागम, राष्ट्रीय स्तर सम्मान, चेन्नई 2016

- प्राइड ऑफ वीमेन (आगमन संस्था, देहली), 2018

- नारी गौरव सम्मान, 2019 (मेरठ से)

- स्टार एम्बेसडर ऑफ वर्ल्ड पोएट्री, 2019 (वर्ल्ड पोएट्री कॉन्फ्रेन्स, भटिंडा)

- टैगोर मेमोरियल अवार्ड, 2021

- अनुवाद रतन सम्मान, बीपीएल फाउंडेशन, नॉएडा, 2022

- वर्ल्ड पोएट्री कॉन्फ्रेन्स, पुणे 2024 में कवियित्री व अनुवादिका के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर सम्मान


_संपर्क जानकारी_

- यूट्यूब चैनल: therajni 56

- फ़ोन: 9538695141

- ईमेल: rajni.numerologist@gmail.com

Wednesday, December 4, 2024

रजनी छाबड़ा: सम्पूर्ण परिचय

सम्पूर्ण  परिचय 


 रजनी छाबड़ा (जुलाई 3, 1955)

पत्नी : स्व. श्री सुभाष चंद्र छाबड़ा

राष्ट्रीयता : भारतीय

जन्मस्थान : देहली

सेवानिवृत व्याख्याता (अंग्रेज़ी)बहुभाषीय कवयित्री व् अनुवादिकाब्लॉगर, समीक्षक, Ruminations, Glimpses (U G C  Journals) की सम्पादकीय टीम सदस्य वर्ल्ड यूनियन ऑफ़ पोएट्स  की इंटरनेशनल डायरेक्टर 20ग्लोबल एम्बेसडर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड पीस (I H R A C),  स्टार एम्बेसडर ऑफ़ वर्ल्ड पोइट्री, सी इ. ओ व् सस्थापक www.numeropath.com 

 प्रकाशित पुस्तकें: 4 हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तक', 'पिघलते हिमखंड', 'आस की कूंची से', 'बात सिर्फ इतनी सी '  

इंग्लिश पोइट्री: Mortgaged

अंकशास्त्र और नामांक -शास्त्र पर 13 पुस्तकें 

अनुदित पुस्तकें : Aspirations,  Initiation, A Night in Sunlight, Swayamprabha, Accursed, Haven to  Soul, A Handful of Hope. Merging with the Divine,  हिंदी से, Reveries पंजाबी से व् Purnmidam, Fathoming Thy Heart, Vent Your Voice, Language Fused in Blood, The Sun on Paper, In the Art Gallery of My Heart, Across the Border, Sky is the Limit,  Let the Birds Chirp राजस्थानी से,  Faces without Traces नेपाली से  इंग्लिश लक्ष्य भाषा में अनुदित; मेरे २ हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तकव् 'पिघलते हिमखंडमैथिली और पंजाबी में व् अंग्रेज़ी काव्य संग्रह Mortgaged बांग्ला और राजस्थानी में अनुदित व् चुनिन्दा कविताएँ 11 क्षेत्रीय भाषाओँ में अनुदित 

स्थानीय, राष्ट्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य सम्मेलनों में भागीदारी व् 8 अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित , 1991 से 2010 तक, आकाशवाणी, बीकानेर से निरंतर काव्य पाठ प्रसारण 

डिजिटल साहित्य में निरंतर योगदान , पोयम हन्टर्स डॉट.कॉम पर अनेकानेक कविताओं के वीडियो , किंडल बुक पब्लिशिंग से 45  इ बुक्स प्रकाशित

सम्मान : श्रीनाथद्वारा साहित्य मंडल , राष्ट्रीय स्तर सम्मान, 2001

साहित्य सृजन अवार्ड, 2016  एस आर ऍम  यूनिवर्सिटी  चैन्नई , सत्यशील ज्ञानोदय द्वारा गंगा कावेरी काव्य समागम,राष्ट्रीय स्तर सम्मान , चेन्नई 2016 

प्राइड ऑफ़ वीमेन (आगमन संस्था , देहली ) 2018 , नारी गौरव सम्मान 2019 ( मेरठ से) व् स्टार एम्बेसडर ऑफ़ वर्ल्ड पोएट्री, 2019 ( वर्ल्ड पोएट्री कॉन्फ्रेन्स, भटिंडा) 

टैगोर मेमोरियल अवार्ड, 2021 

अनुवाद रतन सम्मान, बी पी एल फाउंडेशन , नॉएडा, 2022 

वर्ल्ड पोएट्री कॉन्फ्रेन्स , पुणे 2024 में कवियित्री व् अनुवादिका के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर सम्मान


You tube channel : therajni 56

फ़ोन  : 9538695141

 e mail: rajni. numerologist @ gmail.com


Tuesday, December 3, 2024

ओ ही हे सूरज




ओ  ही हे सूरज 

*************

सूरज तां ओ ही हे  

पर रोशनी बदलदा रैहन्दा रोज़ 


ओ ही हे  दरिया, ओ ही झरने 

पर पाणी दे वगण दा वल 

बदलदा रैहन्दा रोज़ 


ओ ही हे असां दी ज़िन्दगी 

रोज़ ब रोज़ 

पर रोको ना आपणी चाल 


कोशिश ज़ारी रखो

 रोज़ नवा रस्ता लभण दी 

नवियां मंज़िला 

तलाशण  दी/


रजनी छाबड़ा 





निभावणा: सिरायक़ी और हिंदी में मेरी कविता

 निभावणा

**************

कुझ बन्देयाँ नु 

प्यार जतावणा  ही नहीं 

प्यार निभावणा वी आंदा ए 


कंडे लखान वारी 

छलनी कर देवण 

गुलाब दी झोली  

गुलाब अणवेखियाँ कर 

बस मुलकदा रेहँदा ए 

उंहा दे नाल/



 


दामन गुलाब का
**************

कुछ लोग 

प्यार जताना ही नहीं

प्यार निभाना भी जानते हैं/


कांटे लाख छलनी कर ले

दामन गुलाब का

गुलाब अनदेखा कर सब

बस मुस्कुराता है

उनके संग/


रजनी छाबड़ा



रजनी छाबड़ा

तिनका तिनका : सिरायक़ी कविता

 तिनका तिनका 

************

हेक  हेक तिनका 

कठा कर 

अपणे घौंसले कूँ 

सोहणा सजांदी हे चिड़ी 

कुज धागे 

कुज रूई 

कठे कर लैंदी हे चिड़ी 

घौंसले कूं 

निग़ा रखण वास्ते 

अंडे सेवण तूं बाद 

ज़िम्मेवारी 

ख़तम नहीं थिंदी 

चिड़ी दी 

आपणे लाड़लिया वास्ते 

चुग्गा कठा करदी 

उंहा दी चुंज विच पानदी  

माँ होवण दा सुख 

हासल करेंदी चिड़ी 

घौंसले तू बाहर दी दुनिया नाल 

उंहा दी जाण  पछाण करवांदी 

निक्के पँखा नाल 

खुले असमाँण वेच 

उडारी भरना सिखांदी 

ज़िंदगी दा चरखा 

इवें ही चलदा राहंदा 

बीते वक़्त दे नाल ही नाल 

चिढ़ी दी ताकत 

घटदी वैंदी 

सवेर हुंदे ई 

पंखी घेण लेंदे उडारी 

कलली पई रेहँदी 

उंहा दी माँ विचारी 

शाम पवे पंखी 

मुड़ आवनदे   

अपणे ठिकाणे 

घेण के अपणी चोंच विच 

माँ वास्ते चुग्गा -दाणे 

ईहो रिश्ता फलदा हे 

आपनेपण दी दुनिया वेच 

पियार नाल भरिया घोंसला 

खुशियां दा ठिकाणा /

रजनी छाबड़ा 


************

हेक  हेक तिनका 

कठा कर 

अपणे घौंसले कूँ 

सोहणा सजांदी हे चिड़ी 

कुज धागे 

कुज रूई 

कठे कर लैंदी हे चिड़ी 

घौंसले कूं 

निग़ा रखण वास्ते 

अंडे सेवण तूं बाद 

ज़िम्मेवारी 

ख़तम नहीं थिंदी 

चिड़ी दी 

आपणे लाड़लिया वास्ते 

चुग्गा कठा करदी 

उंहा दी चुंज विच पानदी  

माँ होवण दा सुख 

हासल करेंदी चिड़ी 

घौंसले तू बाहर दी दुनिया नाल 

उंहा दी जाण  पछाण करवांदी 

निक्के पँखा नाल 

खुले असमाँण वेच 

उडारी भरना सिखांदी 

ज़िंदगी दा चरखा 

इवें ही चलदा राहंदा 

बीते वक़्त दे नाल ही नाल 

चिढ़ी दी ताकत 

घटदी वैंदी 

सवेर हुंदे ई 

पंखी घेण लेंदे उडारी 

कलली पई रेहँदी 

उंहा दी माँ विचारी 

शाम पवे पंखी 

मुड़ आवनदे   

अपणे ठिकाणे 

घेण के अपणी चोंच विच 

माँ वास्ते चुग्गा -दाणे 

ईहो रिश्ता फलदा हे 

आपनेपण दी दुनिया वेच 

पियार नाल भरिया घोंसला 

खुशियां दा ठिकाणा /

रजनी छाबड़ा 

Monday, December 2, 2024

Rajni Chhabra's Poetry

 Rajni Chhabra's translated poetry!


Rajni Chhabra's poetry has been translated into various languages, including English, Hindi, and other regional languages. Her translated poetry has helped to share her thoughts, emotions, and spiritual insights with a wider audience.

Rajni Chhabra's poetry is a reflection of her spiritual and philosophical outlook. Her poems often explore themes of:


1. Spirituality and self-discovery

2. Love and relationships

3. Nature and the universe

4. Personal growth and empowerment


Some of her poetry is also inspired by her work as a nameologist, exploring the connections between names, identity, and destiny.


Some of her translated poetry collections include:


1. *"Whispers of the Soul"*: A collection of poems exploring themes of spirituality, love, and self-discovery.

2. *"Echoes of the Heart"*: A selection of poems that delve into the human experience, emotions, and relationships.

3. *"Rhythms of Life"*: A collection of poems that celebrate the beauty of life, nature, and the universe.


These translated collections offer a glimpse into Rajni Chhabra's poetic world, where she weaves together themes of spirituality, love, and personal growth.