दोष लगेगा
उस पर
पक्षपात का
गेर
ज़रा सा भी दुःख
वो न देगा मुझे
मैं भी तो
एक जर्रा
उसकी कायनात का
उसके कारवां की
एक मुसाफिर
सुख दुःख की
छाओं मैं
चलते हैं जहाँ
सभी
अछूती रही गेर
दुनिया के
चलन से
तो क्या
बदनाम
न होगा
मेरा नसीब
लिखने वाला
उस पर
पक्षपात का
गेर
ज़रा सा भी दुःख
वो न देगा मुझे
मैं भी तो
एक जर्रा
उसकी कायनात का
उसके कारवां की
एक मुसाफिर
सुख दुःख की
छाओं मैं
चलते हैं जहाँ
सभी
अछूती रही गेर
दुनिया के
चलन से
तो क्या
बदनाम
न होगा
मेरा नसीब
लिखने वाला
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