Expression
Thursday, October 15, 2009
चिराग
तम्मनाओं की लौ से
रोशन किया
एक चिराग
तेरे नाम का
लाखों चिराग
तेरी यादों के
ख़ुद बखुद
झिलमिला उठे
1 comment:
शरद कोकास
October 15, 2009 at 3:40 AM
और इस तरह
ज़िन्दगी दीवाली हुई ।
शुभकामनायें -शरद कोकास
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और इस तरह
ReplyDeleteज़िन्दगी दीवाली हुई ।
शुभकामनायें -शरद कोकास