Monday, February 1, 2016

यह कैसा सिलसिला



  • यह कैसा सिलसिला

  • कभी कभी दो कतरे नेह के 
  • दे जाते हैं सागर सा एहसास 

  • कभी कभी  सागर भी 
  • प्यास बुझा नहीं पाता 


       जाने प्यास का यह कैसा है 

       सिलसिला और नाता 


       रजनी छाबड़ा 

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