Expression
Tuesday, February 15, 2022
सपने
सपने
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सपने होते ही
महज़ इसलिए हैं
कि कोई भी आये
और इन्हें तोड़ जाये
सपने गर
सच होने लगें
तो सपने नहीं
हकीकत कहलायें
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