मन के बंद दरवाज़े
****************
इस से पहले कि
अधूरेपन की कसक
तुम्हें कर दे चूर-चूर
ता-उम्र हँसने से कर दे मज़बूर
खोल दो
मन के बंद दरवाज़े
और घुटन को
कर दो दूर
दर्द तो हर दिल में बसता है
दर्द से सबका पुश्तैनी रिश्ता है
कुछ अपनी कहो
कुछ उनकी सुनो
दर्द को सब मिलजुल कर सहो
इस से पहले कि दर्द
रिसते-रिसते बन जाए नासूर
लगाकर हमदर्दी का मरहम
करो दर्द को कोसों दूर
बाँट लो
सुख-दुःख को
मन को, जीवन को
स्नेहामृत से कर लो भरपूर
खोल दो मन के बंद दरवाजे
और घुटन को कर दो दूर
हमें महान वैज्ञानिकों के उन बुद्धिमान विचारों को कभी नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने बहुत पहले कहा था कि "एक बंद दिमाग एक बंद पैराशूट की तरह होता है... तर्क स्पष्ट है... गणित में व्यक्त शुद्ध कविता... एक खुले दिमाग में न केवल यहाँ काव्यात्मक अभिव्यक्तियाँ हैं, लेकिन यह दर्शाता है कि "मनुष्य का मूल्य इसमें देखा जाता है कि वह क्या देता है, इसमें नहीं कि वह क्या प्राप्त कर सकता है।" (अल्बर्ट आइंस्टीन) एक बंद दिमाग वाले व्यक्ति के पास देने के लिए कुछ भी नहीं है ... , वह नहीं जानता कि प्यार या दर्द क्या है, और न ही वह अपनी भावनाओं को दूसरों के साथ साझा कर सकता है।⭐✨🤩
ReplyDeleteHardik abhaar Marija Jilek is nihayat gahre comment ke liye, jo aapne meri fb timeline pr post kiya
ReplyDeleteRajni Chhabra खुशी पूरी तरह से मेरी है, और पुष्टि के रूप में आपका हमेशा स्वागत है।💝
ReplyDeleteMarija Jilek
Hardik abhaar. Sneh banaye rakhiyega, Priy Marija Jilek
DeleteSukh orr. Dukh sub ke jeevan me. Dhoop. Chhanv ki terah aate jate hain. Por kutch bhi sthayi nhi. Dukh me himmut haar ker zindagi ko nassor na banne de. Bilkul steek prerna, apne Mun ke darwaze hamesha khule rakh ker mil jul ker sabhi halaat ko masti se jio
ReplyDeleteAbhaar Ved Vyas Mallik Ji, hamesha kee tarah gahan aur sargarbhit prtikriya ke liye
Delete