कौण परवाह करदा हे
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कौण परवाह करदा हे अंधेरियाँ दी
हेक बडे तूफान तुं बाद
हर ग़म छोटा थी वैंदा हे
ऊस तुं वडे गम दे बाद
रजनी छाबड़ा
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