Monday, January 20, 2025

कौण परवाह करदा हे


कौण परवाह करदा हे 

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 कौण परवाह करदा हे अंधेरियाँ दी 

हेक बडे तूफान तुं बाद 


हर ग़म छोटा थी वैंदा हे 

ऊस तुं वडे गम दे  बाद 

रजनी छाबड़ा 

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