यादों के झरोखे से
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तेरी यादों के झरोखे से
जब धुप छनी किरणें
आती हैं
दो पल को ही सही
अँधेरे में उजाले का भ्रम
जगा जाती हैं
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तेरी यादों के झरोखे से
जब धुप छनी किरणें
आती हैं
दो पल को ही सही
अँधेरे में उजाले का भ्रम
जगा जाती हैं
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