भटके राही
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भटके राही
राह पूछ लिया करते थे
राह चलते
अजनबी लोगो से
और वे भी ख़ुशी ख़ुशी
वक्त निकाल लेते थे
राह दिखाने को
अब कोई किसी का
पथदर्शक नहीं बनता
न कोई पूछता है
न कोई बताता है
सब का अब
ख़ुद से ही नाता है
किसी भी अनजान राह पर
अनजान शहर में भटक जाएँ
गुम हो जाने का नहीं डर
गूगल मैप सब का रखवाला
भटकों को राह दिखाने वाला
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