Wednesday, May 3, 2023

बात सिर्फ इतनी सी : श्री राम शरण अग्रवाल जी की पाठकीय प्रतिक्रिया

 



 श्री राम शरण अग्रवाल जी की  पाठकीय प्रतिक्रिया


जीवन को अनुभव से अनुभूति तक जीने की अभिव्यक्ति का स्पर्श शब्दातीत होता है और सुश्री रजनी इसे इतनी सहजता से कहती हैं कि उसका एहसास हम जैसों के मन में जीवंत रहता है: ओस के गिरने की आवाज नहीं होती, हिमखंड के गलने में स्व का विलय होता, विषाद नहीं!

इनकी रचना से इस सबकुछ के लिए इनका आभारी हूं।

सादर

राम शरण अग्रवाल


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