Wednesday, January 22, 2025

एह चाहत

 एह चाहत

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 एह चाहत मैडी तैडी 

जे एह सोहणा सुफ़ना हे 

नींदर खुले न कदे मैडी 

जे एह हक़ीकत हे 

नींदर कदे न आवे मैंकु /


रजनी छाबड़ा 

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