खामोश लबों की
अपनी ज़ुबान होती है
हर एक दास्तान
आँखों से बयान होती है
समझ सकते हैं इसे
तन्हा मोहब्बत भरे दिल
महफ़िल ए दुनिया
इस से अनजान होती है
रजनी छाबड़ा
अपनी ज़ुबान होती है
हर एक दास्तान
आँखों से बयान होती है
समझ सकते हैं इसे
तन्हा मोहब्बत भरे दिल
महफ़िल ए दुनिया
इस से अनजान होती है
रजनी छाबड़ा
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