Sunday, January 12, 2025

तैडे बिना/तेरे बिना ( सिराइकी और हिंदी में मेरी कविता )


तैडे बिना/तेरे बिना  (सिराइकी और हिंदी में मेरी कविता )

तैडे बिना 

*******

तैडे बिना 

हिक़ इवें 

अमूझना रेहंदा हे 


दिन उगदे हि 

शाम ढलण दी 

उडीक रेहँदी हे / 



 तेरे बिना 

*******

तेरे बिना 

दिल यूं 

बेक़रार रहता है 

दिन उगते ही 

शाम ढलने का 

इंतज़ार रहता है /



तैडे बिना 

*******

तैडे बिना 

हिक़ इवें 

अमूझना रेहंदा हे 


दिन उगदे हि 

शाम ढलण दी 

उडीक रेहँदी हे / 


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