Thursday, January 9, 2025

पाणी वेच नूण

 पाणी वेच नूण/ नमक सा आभास ( सिरायकी में मेरी कविता, हिंदी अनुवाद के साथ )

पाणी वेच नूण 

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पाणी वेच 

नूण वरगा एहसास 

मेंकू लुभावंदा 

विखदा नहीं 

पर आपणा होवण  

जता वैंदा /


नमक सा आभास 

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 पानी में 

नमक सा आभास 

मुझे है लुभाता 

अदृश्य रह के भी 

अपने होने का 

एहसास दिला जाता 


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