Saturday, January 18, 2025


तेडे इंतज़ार वेच 

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आ, तूं मुड़  आ 

वरना, मैं इवेन ही

जागदी राहंसा 

सारी सारी रात  

मिटांदी राहसां 

लेख़ लेख़ के 

टेडा नां 

रेत ते 

ते हर सवेरे 

सुर्ख़ उनिदरी  अनखां  नाल 

नींदर तुं भारी पलकां नाल 

कटदी राहंसा 

कलेंडर तुं 

हेक होर तरीक़ 

आपणे सच्च दा  सबूत बणा  के कि 

हक होर रोज़ 

तेंकु याद किता 

टेडा नाम घिदा /


रजनी छाबड़ा 

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