अविश्वसनीय परन्तु अत्यन्त दुखद समाचार की हम सबके अतिप्रिय राजस्थानी व् हिंदी भाषा के सुप्रसिद्ध कवि व आलोचक ओम पुरोहित जी कागद जी का आज सड़क दुर्घटना में आकस्मिक , असामयिक निधन हो गया/ परमात्मा उनकी आत्मा को शांति दे व् उनके परिवार को एवम समस्त साहित्य जगत को यह सदमा सहने की शक्ति दे/
ओम जी गत 2 वर्षों से मेरे फेसबुक मित्र थे और मई में मेरे बीकानेर प्रवास के दौरान मुझे उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था/ मेरे निवास स्थान पर पधारे थे/ सरल स्वभाव और सादगी पूर्ण व्यक्तित्व/ उनकी मिलनसारिता से बहुत प्रभावित हुए , मैं और मेरे परिवार के सदस्य/ मेरे दोनों हिदी काव्य संग्रह की समीक्षा भी उन्होंने लिखी थी और मैंने भी इन दिनों उनकी कुछ चुनिंदा हिंदी व् राजस्थानी कविताओं का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया था / आत्मीय लगाव था उनसे/ उनकी कमी हमेशा महसूस होगी/
आप सब के साथ उनका जीवनवृतांत व् साहित्यिक उपलब्धियाँ सांझा कर रही हूँ;ओम जी ने कुछ समय पहले यह सब जानकारी मुझे मेल भेजकर उपलब्ध करवाई क्योँकि में उनकी रचनाओं के अनुवाद कार्य के प्रोजेक्ट में उनकी साथ थी/ अपने उत्कृष्ट लेखन के माध्यम से ओम जी हमेशा हमारे साथ रहेंगे/
ओम पुरोहित "कागद"
जलम- 05 जुलाई 1957, केसरीसिंहपुर (श्रीगंगानगर)
भणाई- एम.ए. (इतिहास), बी.एड. एवम राजस्थानी विशारद
छप्योडी पोथ्यां - [ हिन्दी ] :- धूप क्यों छेड़ती है (कविता संग्रह), थिरकती है तृष्णा (कविता संग्रह) आदमी नहीं है(कवितासंग्रह), कागज पर सूरज (कवितासंग्रह) मीठे बोलों की शब्दपरी (बाल कविता संग्रह), मरूधरा (सम्पादित विविधा), जंगल मत काटो (बाल नाटक), रंगो की दुनिया (बाल विविधा), सीतानहीं मानी (बाल कहानी),राधा की नानी (बाल कहानी), ज़ंगीरो की जंग ( साक्षरता कहानी)
छप्योडी पोथ्यां - [ राजस्थानी ] :- अन्तस री बळत (कविता संग्रै), कुचरणी, (कविता संग्रै),सबद गळगळा (कविता संग्रै) , बात तो ही(कविता संग्रै), कुचरण्यां (कविता संग्रै), पचलड़ी (कविता संग्रै), आंख भर चितराम (कविता संग्रै) , भोत अंधारो है (कविता संग्रै) मायड़ भाषा राजस्थानी [ भाषा विमर्ष ] ।
सम्पादन : राजस्थानी भाषा,साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर री मासिक पत्रिका "जागती जोत " रो दो वर्ष ताईं सम्पादन , अणछपिया राजस्थानी कवियां री कवितावां रा सात संकलन "थार सपतक" रो सम्पादन , विविध रचना संकलन "मरुधरा" रो सम्पादन , विद्यालयी खेल स्मारिका " भटनेरिका , संगम , ज्वाला संदेश रो सम्पादन , जिला साक्षरता समिति रै समाचार पत्र "आखर भटनेर" रो सम्पादन
पाठ्यक्रम : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान री हायर सैकण्डरी री राजस्थानी पाठ्य पुस्तक में रचना संकलित , साक्षरता पुस्तक "आखर मेडी़-1-2-3" रो अर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा री तीसरी अर पांचवीं कक्षावां री पाठ्य पुस्तकां रो लेखन "
प्रसारण : दूरदर्शन एवम आकाशवाणी सूं रचनावां रो लगोलग प्रसारण
पुरस्कार अर सनमान- राजस्थान साहित्य अकादमी रो ‘आदमी नहीं है’ कविता संग्रह माथै काव्य विधा रो सर्वोच्च पुरस्कार ‘सुधीन्द्र पुरस्कार’, राजस्थानी भाषा,साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर रो कविता संग्रह ‘बात तो ही’ पर काव्य विधा का सर्वोच्च पुरस्कार । महाकवि कन्हैयालाल सेटिया मायड़ भाषा सम्मान, भारतीय कला साहित्य परिषद, भादरा खानीं सूं कवि गोपी कृष्ण ‘दादा’ राजस्थानी पुरस्कार, स्रुजन संस्थान , श्रीगंगानगर , जिला प्रशासन, हनुमानगढ़ सूं कई बार सम्मानित, सरस्वती साहित्यिक संस्था (परलीका) सूं सम्मानित ।
जुडाव : 1- राजस्थान साहित्य अकदमी , उदयपुर री सरस्वती सभा रा सदस्य रह्या । 2-राजस्थान भाषा, साहित्य एवम संस्कृति अकदमी , बीकानेर री उपसमिति में सदस्य रह्या ।
सम्प्रति- शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी , कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी [मा] , हनुमानगढ ।
शिक्षा विभाग, राजस्थान
रजनी छाबड़ा