*लस्टस: मानवीय संवेदनाओं और नैतिकता का संवाद*
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'लस्टस' अंग्रेजी में डॉ.जे. एस. आनंद द्वारा रचित बहुचर्चित महाकाव्य है, जिसका हिंदी रूपांतरण रजनी छाबड़ा ने किया है। कवि और अनुवादक दोनों के प्रति मेरा बहुत सम्मान रहा है। ये अपने अपने क्षेत्र के दो बड़े नाम हैं, जिनकी कीर्ति भाषाओं और भौगोलिक सीमाओं से बहुत आगे पहुंच चुकी है। अनेक क्षेत्रों में कार्य करते हुए स्वयं को निरंतर गतिशील रखना ही बहुत बड़ी बात है। एक उम्र के बाद जब संसार ही अपनी महत्ता क्षीण करने लगता है, उस दौर में भी कुछ नया करने रचने का