ज़िंदगी के आख़िरी पड़ाव पर पहुंचे अशक्त वृद्ध, SATAN( शैतान) को, जिसने सारी उम्र अमानवीय कृत्यों के माध्यम से अराजकता ही फैलायी है, अपने अँधेरे साम्राज्य के द्वारा, मौत की कगार पर खड़े हुए भी उसे यह चिंता सत्ता रही है कि उसके बाद यह अधूरे काम कौन पूरे करेगा/ अपने चचेरे भाई LUSTUS (लस्टस ) में उसे सभी अमानवीय गुण दिखाई देते है, जो अपनी कूटनीतियों से मानव मात्र का जीना दूभर कर देगा/ अतः , वह उसका राज्याभिषेक करते हुए, उसे लस्टोनिया का राजकुमार घोषित कर देता है/
मानवीय गुणों का हनन कर, बुराई फ़ैलाने का यह सिलसिला अभी भी जारी है/ और अधिक जानने के लिए पढ़िए अंतर्राष्ट्रीय ख़्याति प्राप्त लेखक व् चिंतक, डॉ. जरनैल सिंह आनंद का इंग्लिश महाकाव्य LUSTUS. शीघ्र ही आपको इसका मेरे द्वारा किया गया हिंदी अनुवाद भी उपलब्ध होगा/
रजनी छाबड़ा
बहु भाषीय कवयित्री व् अनुवादिका
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